विश्वविद्यालय के संस्थापक कुलपति डॉ. श्रेयांश द्विवेदी जी हैं । जिन्होंने अगस्त सन् 2018 में दायित्व ग्रहण किया । उन्होंने कहा कि हरियाणा के सभी 70 गुरुकुलों और संस्कृत महाविद्यालयों का संरक्षण एवं संवर्धन नितान्त आवश्यक है । इन गुरुकुलों व महाविद्यालयों में सर्वविध अध्ययन संस्कृत माध्यम से व प्रायोगिक होगा । कुलपति जी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय भारतीय शिक्षा प्रणाली की पोषक गुरूकुल परम्परा के अनुसार सञ्चालित होगा । कुलपति जी के मतानुसार श्रेष्ठ भारत के निर्माण के लिए आधुनिक एवं संस्कारपूर्ण पाठ्यक्रम विश्वविद्यालय के लिए निर्धारित किया जाएगा ।