वजूद - ए - THE TIMES OF HINDTHE TIMES OF HIND तत्कालीन परिवेश के तमाम उन चीजों के झुझंलाहट का नतीजा है जिससे किसी व्यक्ति, किसी जाति, किसी धर्म, किसी समाज या हमारे भारत से लेकर इंडिया तक को जरा सी भी तकलीफ हुई हो।THE TIMES OF HIND हमारे आजाद हिंद की एक ऐसी आवाज है जिसमें भारत के गांवों से लेकर इंडिया के ग्लोबलाइजेशन तक का सफर है, हम सिर्फ न्यूज़ नहीं दिखाते हैं हम दिखाते हैं बदलते नजरिए।THE TIMES OF HIND उन कुछ तथाकथित खुराफाती दिमागो की उपज है जिन्हें आज के न्यूज़ से एक खास तरीके की खीझ है, एक ऐसी खीझ जो बदलाव मांगती है, बदलाव वह जो चीजों को 180 डिग्री नहीं 360 डिग्री से नापे।आउटपुट - ए - THE TIMES OF HINDअपना तो सिंपल सा फंडा है, माउंटेन मैन के हिसाब से "जब तक तोड़ेंगे नहीं तब तक छोड़ेंगे"दुनिया भर की भसड़ न्यूज से परे, हम वो दिखाते हैं जो बदलाव लाते हैं, हम वो दिखाएंगे जिससे आप जुड़ पाएंगे, अपने न्यूज़ और अपने नजरिए से हम आपको वहां ले जाएंगे जहां आप जाना चाहेंगे।THE TIMES OF HIND के आउटपुट में आप पाएंगे किसी भी क्षेत्र के न्यूज़ की तह और हर न्यूज़ पर बदलते भारत के यंगिस्तान का नजरिया, फलाने गांव की न्यूज़ से लेकर फैले हुए विश्व तक की खबरें मतलब कि इंटरनेशनल न्यूज़,बदलते भारत से लेकर विकासशील इंडिया तक की न्यूज़, क्रिकेट से लेकर राजनीति और राजनीति में छिपी हुई कूटनीती।THE TIMES OF HIND सो कॉल्ड फेक न्यूज़ से बहुत दूर रहता है, जैसे कि यहां आपको औरों की तरह किसी के प्यार के पचड़े तो किसी के निजी जिंदगी की लड़ाइयां से परे धाकड़ न्यूज़ और उस पर उससे भी धाकड़ नजरिया मिलेगा, भारत के गांवों से लेकर डिजिटल इंडिया के टेक्नोलॉजी तक का सफर।एक्स्ट्रा - ए - THE TIMES OF HIND